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जवाब न दे सका। जैसे कोई अन्तरतम का वासी मुझसे यह बात कहने लगा, “भूल हुई है, तुमसे भारी भूल हुई है। उसे न समझकर तुमने बड़ा अविचार किया है।” राजलक्ष्मी ...